लेखनी प्रतियोगिता -08-Jun-2022मेरा भोला है भंडारी
रचीयता- प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-मेरा भोला है भंडारी (भजन)
मेरा भोला है भंडारी
करें नंदी की सवारी
जय जय भोलेनाथ रे
करते हम जय जयकार रे
मेरा भोला है भंडारी
करें नंदी की सवारी
पर्वत पर विराजमान
वस्त्र बाघम्बर खाल
मस्तक विराजे चंदा
जटा में विराजे गंगा
ऐसा है मेरा भोला
भक्तों का मन भी डोला......ये
मेरा भोला है भंडारी
करे नंदी की सवारी
जय जय भोलेनाथ रे
करते हम जय जयकार रे
गले में शोभित सर्प
खाते भांग धतूरा अर्क
अंग पर लगाए भस्म
बेलपत्र चले उन पर
ऐसा है मेरा शंकर
भक्तों का बस्ता मन
मेरा भोला है भंडारी
करे नंदी की सवारी
जय जय भोलेनाथ रे
करते हम जय जयकार ये
कहते हैं नीलेश्वर
हमारे हैं परमेश्वर
बड़ा है भोलेश्वर का नाम
इनके चरणों में है धाम
भक्त जनों को संकट से करते पार
ऐसा है मेरा शिव
झुकाते हैं अपना शीश
मेरा भोला है भंडारी
करे नंदी की सवारी
जय जय भोलेनाथ रे
करते हम जय जयकार रे
मिल जाए स्वर्ग का द्वार
ऐसा महेश्वर का नाम
भक्तों का होता काम
मेरा भोला है भंडारी
करे नंदी की सवारी
जय जय भोलेनाथ रे
करते हम..... जय जयकार रे.....
Seema Priyadarshini sahay
11-Jun-2022 05:52 PM
बेहतरीन
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Sona shayari
10-Jun-2022 01:03 PM
Bahut khub
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Swati chourasia
09-Jun-2022 10:29 AM
बहुत खूब ,👌👌
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